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Showing posts from 2019

Diwali Festival

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"Diwali Festival"  By"Nagesh Excellent Education" (Nagesh) "Diwali Festival" By Nagesh Chopra Diwali Festival :- दिवाली फेस्टिवल हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जिसके लिए हिंदू व्यक्ति गंगा स्नान करके और त्योहार के इष्ट देवताओं की पाठ पूजा करके त्यौहार का आनंद लेते हैं त्यौहार हमको सकारात्मकता प्रदान करता है। और हमको संदेश देता है एक सही मार्ग सही दिशा में चलने के लिए। दिवाली फेस्टिवल सभी लोग मिलजुल कर बनाते हैं और एक दूसरे के लिए उपहार देते हैं। और अच्छे शिक्षाओं को ग्रहण करते हैं। और बुराइयों को छोड़ने का संकल्प लेते हैं इस दिवाली फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य है।बुराइयों का नाश करना और सत्य मार्ग पर चलकर अपने सत्य चरित्र निर्माण करना ही होता है। हमारे महत्वपूर्ण त्यौहार दिवाली फेस्टिवल का रहस्य ईश्वर अर्थात प्रभु राम से जुड़ा हुआ है। परिचय(Introduction) :-                                      सनातन धर्म संस्कृति का दिवाली त्यौहार एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस त्यौहार से कुछ दिन पहले से ही लोग अपने घरों की साफ सफाई करने लग

Mutual funds

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"Mutual funds" म्यूचल फंड की परिभाषा (definition of mutual fund):- यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत को बहुत से लोग अपना पैसा एक विशेष प्रकार की संस्था जो पैसे की बढ़ोतरी करती है उसमें निवेश करते हैं इस संस्था को  फंड के नाम से जाना जाता है यह अनेक प्रकार के होते हैं जिसकी देखरेख हाई क्वालीफाई फंड मैनेजर करता है वह लोगों के निवेश किए गए पैसे को अलग-अलग तरीके से कंपनियों के सरकारी संस्थाओं में लगाता है जहां से पैसे की ग्रोथ होती है। विशेष:- म्यूचल फंड की देखरेख के लिए भी इसके ऊपर एक संस्था होती है जिसका नाम सेवी है। यह म्यूचल फंड के हर प्रकार की धोखाधड़ी की सुरक्षा करती है और फंड को बनाती है और फंड के नियमों  का विकास करती है। कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां SEBI= SECURITY AND EXCHANGE BOARD OF INDIA UTI=UNIT TRUST OF INDIA (जो सेबी द्वारा रजिस्टर्ड है) AMC=ASSET MANAGEMENT COMPANY (जो सेबी द्वारा फंड के लिए परमिशन प्राप्त कंपनियां हैं) NAV=net asset value म्यूचल फंड (Mutual funds) म्यूचल फंड दो प्रकार के होते हैं।

PHYSICS ARTICLE ONE

"PHYSICS ARTICLE ONE" Physics Article one The word science, that is, science, originated from the Latin word scintia, so that we come to know that which means to know, that is, to know what is going on in our physical world in order to study in a systematic way, that is, science is called science. There are two major branches.  1. Natural Sciences  2. Physics  Natural science has two main parts  1.Botany  2. Animal Science  Similarly, physical science has two main parts.  1. Physics  2. Chemistry  Physical: - Physical is the branch of science under which visual and energy and their interactions are studied.  The physical is divided into eight parts to facilitate study  1. Sound  2.Machanics  3. heat  4.Light  5. Electronics  6.Electricity  7. Magnetism  8. Modern and nuclear physics विज्ञान अर्थात साइंस शब्द की उत्पत्ति लैटिंन शब्द सिंटिया से हुई है जिससे कि हमें पता चलता ह

Power of mind

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"power of mind" Power of Mind अपने अवचेतन मन कि शक्ति को पहचानें हम सभी असीमित दौलत के अथाह समुद्र में रहते हैं। आपका अवचेतन मन आपके चेतन विचारों के प्रति बहुत संवेदनशील होता है , यह चेतन विचार सांचे की तरह काम करते हैं , जिनमें आपके अवचेतन का असीमित ज्ञान, बुद्धि, जीवन शक्ति और ऊर्जा प्रवाहित होती है। अगर आप सांचे को अधिक सकारात्मक बना दें तो आपको इस असीमित ऊर्जा से अत्यधिक लाभ हो सकता है।     अधिकांश महान वैज्ञानिकों , कलाकारों, कवियों, गायकों, लेखकों और आविष्कारकों को चेतन और अवचेतन मन की कार्यविधि की गहरी समझ थी। इसी वजह से उन्हें अपने लक्ष्य हासिल करने की शक्ति मिली।     एक बार महान ओपेरा गायक एनरिको, मंच पर जाने से घबरा रहे थे। डर के मारे उनके गले की मांसपेशियां ऐँठ गई थी, ऐसा लग रहा था कि जैसे उनके वाकतंतु को लकवा मार गया हो और वह बेकार हो गए हो। वह मंच के पीछे गायक की पोशाक पहने खड़े थे , और उनके चेहरे पर पसीना बह रहा था। कुछ ही पल बाद उन्हें हजारों प्रशंसकों की भीड़ के सामने मंच पर जाकर गाना था।     कांपते

Drashti

"Drashti" 💐दृष्टिकोण 💐 जीवन का महान पुरस्कार और उच्च भाग्य यही है कि मनुष्य किसी विशेष काम के लिए जन्म ले, ताकि उसमे लगा रहकर प्रसन्नता और सफलता हासिल करता रहे। यह प्रकृति का नियम है कि मनुष्य जिस कार्य को सर्वाधिक पसंद करता है, उसे उसी में विशेषता हासिल होती है। कितने लोग प्राप्त करते है जीवन के महान पुरस्कार और उच्च भाग्य को, उनकी संख्या कम ही होती है। वे ही लोग 2उच्च भाग्य का पुरस्कार पाने का अधिकार पाते है, जिनका सकारात्मक दृष्टिकोण होता है। सकारात्मक दृष्टिकोण वाले इंसान को संसार की कोई भी शक्ति उसे दुखी नही बना सकती। जीवन की सफलता और विफलता, सुख-दुःख यह सब व्यक्ति के दृष्टिकोण पर निर्भर करता है, यदि आपका दृष्टिकोण नकारात्मक है तो जीवन का अँधेरा पक्ष उभरकर सामने आयेगा, निराशा ही निराशा दिखाई देने लगेगी और तनाव ही तनाव उभरेगा। इसका एक कारण यह भी है कि मानव अपने स्वभाव व रुचियों को जानने का प्रयास नहीं करता। जब तक इंसान अपने स्वभाव व रुचियों से पैदा हुए दृष्टिकोण का मूल्यांकन करके यह नहीं जान लेता कि यह सकार

Sleep disorder

"sleep disorder" अनिंद्रा ( Sleep Disorder)  अनिंद्रा आज के समय में आम बीमारी होती जा रही है जीवन का सुख और चैन समाप्त होगा तो अनिंद्रा की बीमारी धर दबाेचेगी और आवश्यकता से अधिक पाने की इच्छा, जीवन के प्रति असंतोष तथा भौतिक सुख सुविधाओं के प्रति अंधी आस्था ने मनुष्य के जीवन में इतनी अधिक गतिशीलता उत्पन्न कर दी है कि किसी साधारण व्यक्ति को भी जीने के लिए नाना प्रकार के पापड़ प्रतिदिन बेलने पड़ते हैं जब हमारा चेतन मन सो जाता है तो मस्तिष्क और शरीर दोनों निंद्रा अवस्था में चले जाते है अनिंद्रा कोई रोग नहीं है यह रोग का लक्षण है जब चेतन मस्तिष्क में कोई विचार सक्रिय रहता है तो नींद नहीं आती ।नींद के लिए मस्तिक में मौजूद निंद्रा केंद्र की सक्रियता आवश्यक है किंतु चेतन मन के सक्रिय रहने से निंद्रा केंद्र निस्प्रभावी हो जाते है लगातार अनिंद्रा की स्थिति बने रहने से मस्तिष्क व शरीर को आराम नहीं मिल पाता जिससे मन मस्तिष्क स्नायु मंडल व शरीर थक जाता है परिणाम स्वरूप संपूर्ण सरीर व मस्तिष्क क्रियाओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है अनिंद्रा शरीर व मन की अनेक बीमारियों क

Science of mantra

"science of mantra" पूनम जी ने सवाल किया है कि जैसा हम सोचते हैं वैसा होता तो नहीं है पूनम जी मैं आपकी बातों से सहमत हूं क्योंकि यदि यह सब इतनी जल्दी होता तो सब कुछ अस्त-व्यस्त हो जाता स्वयं चलने वाले विचार भी अपना प्रभाव डालते हैं लेकिन उसमें इतना समय लग जाता है कि आप यह भी भूल जाते हैं कि कभी आपके मन में ऐसे विचार आए थे मैं इस बात को पूरी तरह स्वीकार करता हूं की हर कोई मंत्रों का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं कर सकता है नकारात्मक स्थिति में विचार शक्ति जो एक समय बाद मंत्रों का रुप ले लेती है आपने देखा होगा कि सदमे में इंसान की जान तक चली जाती है यह कितनी अजीब बात है कि शारीरिक रूप से स्वस्थ, न कुछ हानिकारक खिलाया फिर भी इंसान की मृत्यु हो गई विचार भावना से उत्पन्न शक्ति श्रंखला बनाती हुई धीरे धीरे ऐसे इंसान की जीवनी शक्ति को खा जाती है और इंसान सहज अपने जीवन को छोड़ देता है सदमे में इंसान कहता है कि वह मेरा बहुत प्रिय था मैं उसके बिना जी नहीं सकता वह इन विचारों का मंत्र बना लेता है और फिर ऐसी ही घटना घट जाती है और यदि  नकारात्मक घटना  पूरे परिवार के साथ घट